सोमेश नारायण सिंह बने अधिवक्ता, परिवार और क्षेत्र में हर्ष का माहौल
कोरबा (न्यूज वाला)।जिले के होनहार युवा सोमेश नारायण सिंह ने अधिवक्ता (वकील) के रूप में अपनी नई पहचान बना ली है। उनकी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। शुभचिंतकों और मित्रों ने उन्हें बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
सफलता की ओर बढ़ाया कदम
सोमेश नारायण सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा [DDM PUBLIC SCHOOL KORBA] से प्राप्त की और उसके बाद उन्होंने विधि (लॉ) की पढ़ाई पूरी कर अधिवक्ता बनने का सपना साकार किया। अपनी मेहनत, लगन और दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर उन्होंने अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण प्राप्त किया और अब विधिक सेवाओं के क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए तैयार हैं।
न्याय क्षेत्र में नई ऊर्जा
उनके गुरुजन और साथी बताते हैं कि सोमेश शुरू से ही न्याय और कानून में गहरी रुचि रखते थे। समाज में हो रहे अन्याय को देख वे हमेशा न्याय की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित होते रहे। अब अधिवक्ता बनने के बाद वे समाज के जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

सोमेश नारायण सिंह की प्रतिक्रिया
इस खास अवसर पर सोमेश नारायण सिंह ने कहा, “यह सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि मेरे परिवार, शिक्षकों और मित्रों की मेहनत और आशीर्वाद का परिणाम है। मेरा लक्ष्य न्याय व्यवस्था को मजबूत बनाना और जरूरतमंदों को न्याय दिलाने में सहायता करना है। मैं अपने कर्तव्यों को पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से निभाऊंगा। सोमेश नारायण सिंह की इस उपलब्धि पर उनके परिवार, रिश्तेदारों, मित्रों और क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें शुभकामनाएँ दीं। नगर में विभिन्न स्थानों पर उनका स्वागत किया गया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई। उनकी यह सफलता क्षेत्र के अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगी और उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
शरू से ही प्रतिभाशाली छात्र रहे हैं। डीडीएम स्कूल के टॉपर रह चुके हैं और एलएलबी की पढाई ज्योति भूषण प्रताप विधि कॉलेज से प्राप्त की है, जिसमें अटल बिहारी यूनिवर्सिटी में मेरिट में स्थान बनाया है और एइबे की परीक्षा में 81 नंबर प्राप्त किया है जो अपने आप में एक प्रतिभा का परिचय है।
ये ना केवल पढ़ई अपितु खेल जगत में भी पूर्व में अपने जिले का नाम रौशन कर चुके हैं। क्रिकेट और शतरंज में भी राज्य स्तर पर अपना लोहा मनवा चुके हैं। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं।






























































































































































































































































































