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अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के सपनों को मिले पंख: करियर पब्लिक स्कूल में हुआ स्टडी स्मार्ट सेशन

कोरबा (न्यूज़ वाला)। करियर पब्लिक स्कूल,कोरबा में विदेश में पढ़ाई के स्मार्ट विकल्पों पर एडलिंक व द वर्ल्डग्रैड के सहयोग से ‘”स्टडी स्मार्ट विद ट्रांसफर प्रोग्राम्स ‘ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया ।तेजी से वैश्विक होते शैक्षिक परिवेश में अब विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करना केवल एक सपना नहीं, बल्कि सुनियोजित रणनीति और सही मार्गदर्शन के माध्यम से साकार किया जा सकने वाला एक व्यावहारिक लक्ष्य बन चुका है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए एडलिंक ट्रेनिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने द वर्ल्डग्रैड के सहयोग से एक ज्ञानवर्धक, मार्गदर्शक एवं संवादात्मक सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य कक्षा 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को विदेश में अध्ययन के लिए स्मार्ट, किफायती और लचीले ट्रांसफर प्रोग्राम्स से अवगत कराना था, जो विशेष रूप से भारतीय विद्यार्थियों की आवश्यकताओं और संभावनाओं को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों को यह बताया गया कि वे अपनी उच्च शिक्षा की शुरुआत भारत से कर सकते हैं और फिर एक सुनियोजित प्रक्रिया के अंतर्गत ऑस्ट्रेलिया, यूके या अमेरिका जैसे देशों की प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में स्थानांतरित होकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। यह न केवल उनके करियर को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाएगा, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी अधिक किफायती होगा।

सत्र का शुभारम्भ सोशल मीडिया के माध्यम से विद्यालय के चेयरमैन मनीष राजोरिया के उद्बोधन से किया गया जिसमे उन्होंने कहा “आज के समय में छात्रों को विश्वस्तरीय अवसरों से परिचित कराना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बेहतर स्थान बना सकें।”वहीं ग्रुप डायरेक्टर प्रदीप जैन ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “ऐसे कार्यक्रम छात्रों की सोच को विस्तार देते हैं और उन्हें उनके करियर के प्रति जागरूक बनाते हैं।”

इस सत्र का नेतृत्व एडलिंक की वरिष्ठ स्टडी अब्रॉड काउंसलर आभा चौधारकर और द वर्ल्डग्रैड की हेड ऑफ रिक्रूटमेंट (वेस्ट इंडिया) नमिता केसकर ने किया।कार्यक्रम की शुरुआत में आभा चौधारकर ने बताया कि इस सत्र का उद्देश्य छात्रों को यह दिखाना था कि विदेश में पढ़ाई केवल एक सपना नहीं, बल्कि एक सुव्यवस्थित और सुलभ लक्ष्य हो सकता है।

विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती किरण तिवारी ने कार्यक्रम के समापन पर कहा कि“हमारा सदैव प्रयास रहा है कि हमारे विद्यार्थी केवल शैक्षणिक रूप से नहीं, बल्कि व्यावहारिक दृष्टिकोण से भी सशक्त बनें और यह सत्र उसी दिशा में एक सार्थक एवं प्रेरणादायक कदम सिद्ध हुआ है। हमें प्रसन्नता है कि हमारे छात्रों को आज एक वैश्विक अवसर को समझने और उसकी ओर कदम बढ़ाने का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।”

सत्र को छात्रों और शिक्षकों की ओर से अत्यंत सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। वक्ताओं द्वारा दिए गए व्यावहारिक मार्गदर्शन एवं स्पष्ट जानकारी ने छात्रों के लिए विदेश में उच्च शिक्षा को एक सुलभ और वास्तविक विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया।