मैरिज आधार आज के दौर की आवश्यकता देश एवं राज्य में जल्द से जल्द लागू हो – मो. रफीक मेमन

कोरबा (न्यूज वाला)। केन्द्र सरकार द्वारा भारत के सभी नागरिकों को बायोमेट्रिक पद्धति द्वारा आंखों की पुतली की छवि एवं उंगलियों के निशान लेकर 12 अंकों का स्वयं का फोटो एवं निवास स्थान के पते सहित एक बहुउद्देशीय राष्ट्रीय पहचान पत्र उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसका नाम आधार रखा गया है।
आधार, भारत देश के नागरिकों की पहचान है, सरकार की विभिन्न योजानओं का लाभ लेने के साथ-साथ हमारे रोजमर्रा के कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आधार बहुत ही आवश्यक है। आधार के उपयोग से सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में बहुत हद तक भ्रष्टाचार को कम किया गया है। वर्तमान में हम आधार रहित जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते । मेरा मानना है कि इसे और व्यापक स्तर पर ले जाने से हमें और भी कई क्षेत्रों में लाभ प्राप्त हो सकते हैं।
जिसकी प्रारंभिक शुरूवात हम ‘‘मैरिज आधार’’ से कर सकते हैं, जिसके तहत पति-पत्नी का एक संयुक्त आधार बनाया जाएगा, जिस कार्ड में पति-पत्नी के व्यक्तिगत आधार के नंबर के साथ-साथ एक नया यूनिक आर्ड डी जारी किया जाएगा, जिसमें पति-पत्नी की संयुक्त फोटो होगी एवं पति के निवास स्थान का पता होगा। नई शादियों में शादियों की तिथी भी अंकित होगी। यदि किसी की दो या तीन पत्नियां हैं तो मैरिज आधार में उसका फोटो सहित विवरण भी होगा। सभी पति-पत्नियों को योजना लागू होने के पश्चात तय की गई निश्चित समय-सीमा में मैरिज आधार बनाना आवश्यक होगा।
मैरिज आधार बनाने के कुछ लाभ :–
0 कई शादी-शुदा व्यक्ति अपने आपको कुंवारा बता कर कई बेटियों की जिन्दगी बर्बाद कर देते हैं, इसमें रोक लगेगी।
0 शादी का डाटा उपलब्ध नहीं होने से कई व्यक्ति नाजायज तौर पर दो-तीन पत्नियां रखते हैं जो बाद में अपराध का कारण बनती है, जिसमें पूर्णतः रोक लगेगी।
0 बिना वैध कारण के लोग दूसरा विवाह नहीं कर सकेंगे।
0 दूसरी शादी करने से पहले वैध कारणों के साथ मैरिज आधार में अपना बायोडाटा देना अनिवार्य होगा, जिससे आवश्यक कार्यवाही की जा सके।
0 केन्द्र व राज्य सरकार को यह डाटा प्राप्त होगा कि एक व्यक्ति ने कितनी शादियां की है।
0 वर्तमान में कई असामाजिक लोग किसी को भी अपनी पत्नी बना कर होटलों में गैर कानूनी कार्य करते हैं और अपराध को बढ़ावा देते हैं।
0 महिलाओं पर हो रहे अपराध पर मैरिज आधार से रोक लगेगी।
0 माँ-बाप की अपनी बेटियों के प्रति मैरिज आधार के लागू होने से चिंता दूर होगी।
0 फर्जी शादियों पर रोक लगेगी।
0 पत्नी के मृत्यु के पश्चात् भी विवाह आधार में डाटा सुरक्षित रहेगा।
0 महिलायें अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगी।
0 भारत इस तरह की व्यवस्था करने वाला विश्व का पहला देश होगा।
योजनाकार ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी से निवेदन किया है कि मैरिज आधार को भारत देश में सबसे पहले छत्तीसगढ़ राज्य में जल्द से जल्द लागू किया जाए।
मोहम्मद रफीक मेमन
जीएसटी सलाहकार
बी/14, दीनदयाल मार्केट, कोरबा (छ.ग.)
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